ॐ
श्री गणेश वन्दना
ॐ गं गणपतेय नमः
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो ,
खोलो म्हारे हिरदै का ताला जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !!
जल चढ़ाऊं देवा कोनी है अछूतो,
जल नै तो मछल्यां बिगाड़यों जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (१)
पुष्प चढ़ाऊं देवा कोनी हैं अछूतो ,
पुष्पां नै तो भंवरा बिगाडयों जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !!(२)
दूध चड़ाऊ देवा कोनी है अछूतो ,
दूध नै तो बछडां बिगाड़यों जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (३)
चन्दन चड़ाऊ देवा कोनी है अछूतो,
चन्दन नै तो सर्पा ं बिगाड़यों जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (४)
काया चड़ाउ ं देवा कोनी है अछूती ,
काया नै तो कर्मां बिगाड्या जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (५)
शब्द चड़ाऊं देवा कोनी है अछूता,
शब्दां नै तो अतीत बिगाड्यां जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (६)
प्रेम चड़ाऊं देवा कोनी है अछूतो,
प्रेम से "स्व" स्वरुप पायो जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (७)
सात चरण यति गोरक्ष बोल्या,
साँई तेरो ध्यान अनंताः जी !
सेवा म्हारी मानो गणपति, पूजा म्हारी मानो !! (८)
ॐ गौरी पुत्राय नमः
ॐ गौरी पुत्राय नमः
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